Success story of Puranpoli Ghar : किसी ने सच ही कहा है कि सपने वो नहीं होते जो हम नींद में देखते हैं, बल्कि वो होते हैं जो हमें नींद नहीं आने देते। कर्नाटक के रहने वाले के आर भास्कर ने इस बात को सच करके दिखाया है।
इंटरनेट पर हर रोज़ हमें बिज़नेस और स्टार्टअप की सफलता की कहानियां पढ़ने को मिलती हैं, जो हमें प्रेरित करती हैं। आज, हम आपके लिए एक और ऐसी ही कहानी लेकर आए हैं, जहां एक व्यक्ति ने मुश्किलों का सामना किया, लेकिन अंत में करोड़ों का साम्राज्य खड़ा किया।
जी हां, हम बात कर रहे हैं केआर भास्कर की, जो ‘Puranpoli Ghar’ के मालिक हैं और अपनी स्टार्टअप के ज़रिए करोड़ों कमा रहे हैं। इस लेख में, हम उनके सफर को साझा करेंगे और बताएंगे कि कैसे उन्होंने ‘Puranpoli Ghar‘ को करोड़ों का वेंचर बनाया।
साइकिल से शुरू हुआ ‘Puranpoli Ghar‘ का सफर
केआर भास्कर, भारत के कर्नाटक के रहने वाले हैं, जो आज ‘पुरनपोली घर’ के मालिक हैं। भास्कर का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था, लेकिन बचपन से ही उन्होंने कुछ बड़ा करने का सपना देखा था। इसी सपने को देखते हुए उन्होंने बहुत ही कम उम्र में काम करना शुरू कर दिया था।
एक इंटरव्यू में, भास्कर ने बताया कि उन्होंने महज 12 साल की उम्र में बैंगलुरु के एक होटल में वेटर के तौर पर काम करना शुरू किया था, जहाँ उन्होंने पूरे 5 साल तक बर्तन धोए और टेबल साफ किए। इसके बाद, उन्होंने 8 साल तक डांस इंस्ट्रक्टर के रूप में काम किया।
हालांकि अलग-अलग नौकरियां करने के बावजूद, उनका गुज़ारा मुश्किल से ही चल पाता था। इसी दौरान उन्होंने साइकिल पर पुरनपोली बेचने का फैसला लिया, और यहीं से ‘Puranpoli Ghar’ की शुरुआत हुई।
साइकिल से करोड़ों की कंपनी
शुरुआत में, केआर भास्कर अपनी बनाई हुई पुरनपोली को साइकिल पर बेचते थे। एक दिन, उन्हें एक कुकिंग शो में चुना गया, जिसके बाद वह स्थानीय क्षेत्र में लोकप्रिय हो गए।
धीरे-धीरे, उन्होंने अपने पुरनपोली के बिज़नेस को एक ब्रांड में बदल दिया। उन्होंने अपना पहला ‘Puranpoli Ghar’ आउटलेट कर्नाटक में खोला, और यहीं से भास्कर और उनकी कंपनी का तेज़ी से विकास हुआ।
अब कई राज्यों में फैले चुके है Puranpoli Ghar आउटलेट्स
आज, केआर भास्कर की कंपनी, ‘Puranpoli Ghar’, महाराष्ट्र और कर्नाटक में कई आउटलेट्स के साथ फैली हुई है। ये आउटलेट कंपनी की मासिक बिक्री में करोड़ों का योगदान देते हैं, और हर दिन कंपनी 1000 से अधिक पुरनपोली बेचती है।
पुरनपोली के अलावा, कंपनी अपने आउटलेट्स में 400 से अधिक विभिन्न प्रकार के स्नैक्स भी बेचती है। कंपनी की सफलता का श्रेय भास्कर के आत्मविश्वास और निरंतर प्रगति को दिया जाता है।
‘Puranpoli Ghar’ की सफलता की कहानी इंटरव्यू
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Success Story of Puranpoli Ghar : FAQ
प्रश्न : Why did KR Bhaskar decide to sell Puranpoli?
उत्तर : केआर भास्कर का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था। उन्होंने बचपन से ही कुछ बड़ा करने का सपना देखा था। हालांकि अलग-अलग नौकरियां करने के बावजूद, उनका गुज़ारा मुश्किल से ही चल पाता था। इसी दौरान उन्होंने साइकिल पर पुरनपोली बेचने का फैसला लिया, ताकि वह अपना गुज़ारा कर सकें और अपने सपने को पूरा करने के लिए पैसे बचा सकें।
प्रश्न : What is the reason for the success of Puranpoli Ghar?
उत्तर : पुरनपोली घर की सफलता की कई वजहें हैं। सबसे पहले, भास्कर की बनाई हुई पुरनपोली स्वादिष्ट और गुणवत्तापूर्ण होती हैं। इसके अलावा, भास्कर ने अपने बिज़नेस को एक ब्रांड के रूप में विकसित किया है। उन्होंने अपने आउटलेट्स को आकर्षक रूप से डिज़ाइन किया है और उन्हें अच्छी तरह से प्रचारित किया है। इसके अलावा, भास्कर ने अपने कर्मचारियों को अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया है।
प्रश्न : What are the future plans for Puranpoli Ghar?
उत्तर : पुरनपोली घर के भविष्य की योजनाओं में देश भर में और अधिक आउटलेट खोलना शामिल है। इसके अलावा, कंपनी नई उत्पादों और सेवाओं को भी लॉन्च करना चाहती है। भास्कर का मानना है कि कंपनी को भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी उपस्थिति बढ़ाने की जरूरत है।
प्रश्न : What inspires the success of Puranpoli Ghar?
उत्तर : पुरनपोली घर की सफलता से यह प्रेरणा मिलती है कि अगर हम मेहनत करें और अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध रहें, तो हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं। भास्कर का उदाहरण यह बताता है कि गरीबी और मुश्किल हालातों के बावजूद भी सफलता हासिल की जा सकती है।
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